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Thursday, 28 October 2004

ढोरवा के फुफकारे भर | अंगिका कहावत

ढोरवा के फुफकारे भर


अर्थ -  असमर्थ व्यक्ति का क्रोध निरर्थक होता है   ।

ढोरवा साँप केवल फुफकारता अधिक है ।

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